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ritesh deo

Romance

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ritesh deo

Romance

आओ तो सही

आओ तो सही

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साथ कुछ पल ही सही, निभाने तो आ…

दिल लगाने न सही, दुखाने तो आ।


सुना है दर्द ने तुझसे, राहत माँगी है…

हँसाने न सही, रुलाने तो आ !


तुझे मोहब्बत हो गई है, किसी और से मेरे मोहल्ले में..

दिल मुझसे न सही, उसी से लगाने तो आ !


मिज़ाज बदल के बातें, मुझसे करती हो क्यों…

मुझसे जी भर गया है, ये बताने तो आ !


कब तलक झूठी मोहब्बत को, पनाह देती रहोगी…

घर की छोड़ मेरे, अपना बसाने तो आ !


तुझे न मुझसे, न मेरी मोहब्बत से, सुकूं मिलता है..

खुशी किसमें है तेरी, ये बताने तो आ!!


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