धनतेरस व भगवान धन्वंतरि
धनतेरस व भगवान धन्वंतरि
अमृत कलश के धारक, सागर मंथन से निकले।
सुख समृद्धि स्वास्थ्य के, देव आर्युवेद के विरले।
चार भुजा शंख चक्र, औषध अमृत कलश धारी।
विष्णु के अवतार हैं देव, करें कमल पर सवारी।
आयुर्वेद के जनक धन्वंतरि, हैं आरोग्य के देवता।
कार्तिक त्रयोदशी जन्म हुआ, कृपा करें धन देवता।
पीतल कलश शुभ संकेत ,देते हैं यश वैभव भंडार।
आर्युवेद की औषध खोज, किया जगत का उद्धार।
धनतेरस को यम देवता की पूजा कर 13 दीये जलाएं।
धन्वंतरि जी कृपा करेंगे, यश सुख समृद्धि स्वास्थ्य पाएं।
