उड़ान
उड़ान
पर दिये है ख़ुदा ने मेरी उड़ान अभी जारी है,
ईरादा है मजबूत आसमां में उड़ने की बारी है।
मै तो वो शख्स हूँ जो हर जंग से लड़ लेती हूँ,
दुनियाँ वालो मेरी दृढशक्ति वक्त पर भारी हैं।
दुआ करो सलामत रहे मेरी हिम्मत जहाँन में,
मेरी दुआएं क़ुबूल हो खुदा तेरी जिम्मेदारी है।
मेरी उड़ान ही मेरी पहचान बने तमन्ना है मेरी,
हवाओं को चीर आगे बढी जंग मैंने नही हारी है।
अपनी ख्वाहिशे पाने उड़ती रहती हूँ धूप छाँव में,
उड़ान भरती है पतंग सी न कोई खौफ़ वो नारी है।।
