संकटहर्ता देवी- माँ दुर्गा
संकटहर्ता देवी- माँ दुर्गा
जय माँ दुर्गा जगतजननी, रखियो मेरी लाज।
संकट विपदा दूर करो, आशीर्वाद दो आज।1।
करो कृपा हे कालिका, समय कठिन कट जाय।
हर लो संकट भक्त की, चरणों में शीश झुकाय।2।
दुखों की बेड़ी पाँव में, जीवन में किये हैं पाप।
अश्रुधार से नम है आँखें, मन में भरा संताप।3।
डूबती नैया पार लगाओ, भवसागर से करो पार।
छूट गयी पतवार हाथ से, अब तो करो उद्धार।4।
पाप पुण्य में भेद बताकर, धर्म कर्म का दो ज्ञान।
मुझमें इतनी शक्ति दो माँ, मन में रहे न अज्ञान।5।
सारे जग की माता तुम हो, सब की पालनहार।
डूबती नैया पार लगा दो, करो जग का उद्धार।6।
जय माता दी बोलिये, माँ दुर्गा का शुभ नाम।
माता सिध्दिदायिनी, सिध्द करे सब काम।7।