कविता लेखन एक साधना है और मैं एक साधक हूँ। पहली कविता कक्षा 10वीं में खेल खेल में लिखी और वही से कविता लेखन में रुचि जाग्रत हुई। कवि अपने दादा से समसामयिक विषयों पर चर्चा करते और उसे अपनी कविता का विषय बनाते।
देखो आसमान में रंग-बिरंगें पतंगें लहराई है। देखो आसमान में रंग-बिरंगें पतंगें लहराई है।
जीवन की हर मुश्किलों से जूझना सिखाता है। जो पिता ऊँगली पकड़कर चलना सिखाता है। जीवन की हर मुश्किलों से जूझना सिखाता है। जो पिता ऊँगली पकड़कर चलना सिखाता है।
भयभीत हुआ है मन तो मधुर,प्रेम सौहार्द्र फैलाते हैं। भयभीत हुआ है मन तो मधुर,प्रेम सौहार्द्र फैलाते हैं।
जयंती पावन अक्षय तृतीया पर, है उनको प्रणाम। जयंती पावन अक्षय तृतीया पर, है उनको प्रणाम।
शुभ दिवस अक्षय तृतीया,खुलता आज भाग्य। शुभ दिवस अक्षय तृतीया,खुलता आज भाग्य।
अक्ती मना धरती दाई के करबो सम्मान। किसान के मेहनत ले बाढ़े देश के मान। अक्ती मना धरती दाई के करबो सम्मान। किसान के मेहनत ले बाढ़े देश के मान।
अब तो अवतार लो प्रभु, का जीवन खार हो चुकी। अब तो अवतार लो प्रभु, का जीवन खार हो चुकी।
आओ मिलकर पेड़ लगाएं,ये जीवन का सार। जीवन में होगी अनुकूलता, चलता इससे संसार। आओ मिलकर पेड़ लगाएं,ये जीवन का सार। जीवन में होगी अनुकूलता, चलता इससे संसार।
डूबती नैया पार लगा दो, करो जग का उद्धार। डूबती नैया पार लगा दो, करो जग का उद्धार।
बड़ौदा नरेश की कृपा से, गए विदेश में पढ़ने। कानून पढ़ वापस आए भारत का भाग्य गढ़ने। बड़ौदा नरेश की कृपा से, गए विदेश में पढ़ने। कानून पढ़ वापस आए भारत का भाग्य गढ़ने...