तड़प
तड़प
वह तड़प रहे थे हमारे लिए,
हम तड़पे किसी और के लिए।
पर जिसके लिए हम तड़पते,
वह हमें छोड़ कर चल दिए।
जिंदगी लुटाया था जिस पर,
वो आज जिंदगी से चल दिए।
हम उनकी राहों पर चलते थे,
वह अपनी राहों को बदल दिए।
अब बदला रास्ता अपना हमने,
वह जो हमारे लिए तड़पता था।
हम जिसे नजरअंदाज करते रहे,
वो तो हमपे जान छिड़कता था।
तड़प का ही खेल है ये सारा,
बस तड़पन अंदाज अलग है।
किसी का सादगी से गुजारा है,
तो किसी को तड़प की तलब है।
किसी को चाहत मिलती है।
प्यार में तड़पने के बाद तो,
कोई तड़प तड़प कर मरता है
बेइंतहा चाहत करने के बाद।