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Manisha Awekar

Abstract

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Manisha Awekar

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तस्मै श्री गुरवे नमः

तस्मै श्री गुरवे नमः

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गुरु महाज्ञानी | खरा ज्ञानदानी

खाण सदगुणी | वंदनीय ॥१॥


हरीनाम ध्यासे | गुरु लाभतसे

ज्ञानदान असे | पारखूनी ॥२॥


अपार सोशिक | विद्यादान करी

खरी आस धरी | पुण्यप्राप्ती ॥३॥


विद्यावाचस्पती | शिस्त पित्यापरी

शिष्य हि-यापरी | घडवितो ॥४॥


आत्मविश्वासाचे | बळ शिष्या देई

विनय बाणवी | अग्रक्रमे ॥५॥


आपुली महती | मौनबद्ध करी

सुगंध कस्तुरी | दरवळे ॥६॥


गुरुचा महिमा | काय तो वर्णावा

वरदान , कृपा | शिष्याप्रती ॥७॥



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