STORYMIRROR

sarika k Aiwale

Romance Tragedy

3  

sarika k Aiwale

Romance Tragedy

क्षणभंगुर असती क्षण...

क्षणभंगुर असती क्षण...

1 min
201

क्षणभंगूर असती क्षण ... 

एक दिवस ... आणखी वाढला ,

दुर्भाग्यचा शर्यतीत .. 

आणखी एक वर्ष ... 

वाटा अंधारल्या सोबतीला... 

एकाकी मन .... 

वाट पाहते .. निश्वासाची... !

निशब्द वाटेवरची ,

दूर धुक्याची चादर... 

ओढ .. आतुर .. 

वाट आशेची अजुनी 

तरीही मन.. 

निस्वार्थी ... निश्वासची .. 

वाट पहाते निरपराध 

...

निसरत्या क्षणात..ही भासिक 

संपलेल्या जगात.. एक आस.. 

पांघरते मन हे .....

उमगल्या भावनांची कथा ... 

ओसरला तो काळ.... 

क्षणभंगुर असती सारे जग .. 

तरीही नजरेच्या प्रश्नात... 

सुख मानत ...... 

वाट पहाते मन

निश्चल नितळ त्या पाण्यासम.. 

जपलेले ते क्षणही .. ...

ओसरती सारे धुके ही .. 

गडद काळोख ही ओझरतो .. 

निसटत्या क्षणाची चादर.. 

पांघरतो श्वास आज ही...... 

क्षणभंगुर असती क्षण ... 

जपलेले मोती अनमोल ... 

तरळते सुखही अश्रू बनुनी .. 

क्षण आभासिक जगते मन 

तरीही ... 

एक आस जगते मन...


Rate this content
Log in

Similar marathi poem from Romance