ज्ञान
ज्ञान
ज्ञानदेव संत | ज्ञानाचे भांडार |
जीवनी आधार | साराकाळ ||
अभंग तुकोबा | संसारी मानवा |
जगण्याचा मेवा | सदासाठी ||
आपले जीवन | कमावे ते ज्ञान |
घालवून अज्ञान | सारे म्हणे ||
वाचन मनन | व्यक्ततही होणे |
काहीसे लिहिणे | नित्य व्हावे ||
ज्ञान वाढे सदा | वाढवत जाणे |
खंड तो नसणे | साधनेत ||
स्थिरता वाढवी | एकाग्रता सारी |
दृढता अंतरी | रत्न म्हणे.. ||
