युद्ध और शांति
युद्ध और शांति
लेव तोल्स्तोय का उपन्यास 'युद्ध और शांति' को अभी तक पढी पुस्तक में श्रेष्ठ मानते हैं। युद्ध और शांति एक ऐसा उपन्यास है जिसका हर पक्ष हमें मुग्ध और अभिभूत कर देता है। उपन्यास में जो भी प्रसंग उठाए गए हैं तोल्स्तोय उसे सजीव और हद दर्जे तक यथार्थ बना देते हैं।
मानव संसार का इतने व्यापक फलक पर उदात्त और सूक्ष्म, यथार्थ और अनुभूति से अनुप्राणित चित्रण विश्व के किसी दूसरे उपन्यास में शायद ही मिले।
किसी देश के जीवन के एक काल विशेष का इतना सच्चा, बिल्कुल जीवन की तरह सच्चा चित्र अदभुत प्रभाव छोड़ता है। मजे की बात यह है कि इस उपन्यास में 500 पात्र हैं जिसमें 50 तो बहुत ही खास हैं।सभी पात्रों का विशिष्ट चेहरा और व्यक्तित्व मिलता है। जो पात्र दो मिनट के लिए भी हमारे सामने आता है वह भी भीड़ में खो नहीं जाता।
उपन्यास में प्रत्येक पात्र की मूर्ति सावधानी के साथ गढ़ी गई है। एक खास बात यह भी है कि युद्ध और शांति का कोई एक केन्द्रीय नायक नहीं है। इतनी विशाल पटकथा को धारण करने की क्षमता किसी एक व्यक्ति में हो भी नहीं सकती। युद्ध और शांति के प्रत्येक पात्र में कोई न कोई ऐसी विशेषता है जिसकी चर्चा पाठक आसानी से कर सकता है।