वो खत
वो खत
जिंदगी आपको कभी कभी कुछ स्मृतियां प्रदान करती हैं , जिन्हें आप जिंदगी भर याद रखते हैं ।कुछ लम्हे ऐसे ही होते है जिन्हें हम किसी भी हाल में नहीं भूल पाते हैं।
एक ऐसा ही खत जो मेरे पास महफूज है। कागज के टुकड़े पर न सही , लेकिन दिल के टुकड़े पर वो हमेशा अंकित रहेगा ।
आपको बताने की जरूरत नहीं है कि प्यार आज जिंदगी का आम हिस्सा बन चुका है।
मुझे भी मेरे प्यार से एक खत मिला , जो कागज का टुकड़ा तो चबा गया लेकिन दिल में महफूज है।
जो आपके साथ बयां कर रहा हूं,,
प्रिय शशि
मुझे नहीं पता ये गलत है या सही लेकिन मेरे दिल ने मुझे ये करने पर मजबूर कर दिया,तो मैं अपने आपको रोक नहीं पाई ।
मैंने जब से तुम्हे देखा हैं मेरे जीने का नजरिया ही बदल गया , एक अजीब सी मुस्कुराहट लिए ये दिल बेचैन रहता है ।
मेंने तुम्हें देखकर ख्वाब देखना ही छोड़ दिया, क्योंकि जिंदगी एक ख्वाब बन चुकी है।
हो सके तो जवाब जरूर देना।
तुम्हारी हितेषी
इस खत में मुझे समझ नहीं आया कि ये इश्क़ है या रिस्क।

