उफ्फ! ये इश्क भी ना भाग - २
उफ्फ! ये इश्क भी ना भाग - २
वो लड़की उस बिल्डिंग के सामने खड़ी थी उस बिल्डिंग को देख कर कोई भी कह सकता है की ये वो होत बड़ी कंपनी हैं।जोशी इंडरस्टीज़ ,,,
शहर का जाना माना या यूं कहे सबसे बड़ी और नामी इंडरस्टी। वो लड़की कंपनी के बाहर खड़ी होकर कंपनी को देखने लगी , और उसकी नजर कंपनी के ऊपर लगे उस बड़े से लोगो पर गया जहां बड़े बड़े अक्षर से जोशी इंडरस्टी लिखा गया था उस लड़की ने उस कंपनी की ओर देख कर हलका मुस्कुराया और बिल्डिंग के अंदर चली गई ।
जोशी इंडरस्टी ,,,
कंपनी के अंदर ,,,
वो लड़की अंदर आई । "एक्सक्यूजमी , यहां इन्टरव्यू कहां हो रहा है?" लड़की ने पूछा , "सेकंड फ्लोर के रूम नंबर ३ में" उनमें से एक स्टाफ ने जवाब दिया "थैंक्यू सर" लडकी ने बोला और लिफ्ट के अंदर चली गईं ।। लड़की अंदर गई तो पहले से लिफ्ट में एक लडका भी था , लड़की ने लड़के और जायदा ध्यान ना दे कर सेकेंड फ्लोर के ऑप्शन वाले बटन पर क्लिक कर दिया , उस लड़के ने लड़की की और देखा और मुस्कुरा दिया , क्यों की वो लड़की थी ही इतनी प्यारी । लड़के ने लड़की ओर अपना हाथ बढ़ा कर कहा हेलो माय सेल्फ राजवीर जादव लड़की ने भी जवाब में हेलो बोला और कहा "माय सेल्फ आरुषि चावान।" राजवीर ने जब आरुषि को ठीक से देखा तो उसकी नजर आरुषि के उपर जम सी गईं उसका चांद के भांति चमचमाता चेहरा , गोरा रंग , काली गहरी आंखें और उसके ऊपर एक ब्लैक फ्रेम चश्मा जो बार बार उसके मुंह से फिसल के नाक पर आ जा रही थी और वो फिर से उसको आंखो की तरफ पुश कर देती थी , इसे करते हुए वो जैसे एक मासूम बच्ची की तरह लग रहि थी , उसकी प्यारी सी मुस्कान उसे और भी प्यारा बना रही थी उसने एक मैरून कलर का टॉप और ब्लू कलर की जींस पहनी हुई थी ।
"आप भी यहां इंटरव्यू देने आए हैं?" आरुषि ने पूछा।
"नहीं मैं पहले से ही कंपनी का एम्प्लॉई हूं , पर शायद आप यहां इंटरव्यू देने के लिए आई हैं " राजवीर ने कहा जी ,,, आरुषि ने छोटा जवाब दिया गुड लक राजवीर ने कहा थैंक्यू , और "बाय सर मेरा फ्लोर आ गया है में चलती हूं" आरुषि ने कहा , "सर नहीं तुम मुझे सिर्फ राजवीर बुला सकती हो" राजवीर ने कहा , "ओके बाय राजवीर" , राजवीर को बाय कर के वो बाहा से बाहर आ गई ।

