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Rohit Verma

Abstract

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Rohit Verma

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थोड़ा सोचो

थोड़ा सोचो

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लड़कियां गलत नहीं होतीं. ये दुनिया गलत बनाने में मदद करती हैं.कैसे ? आपने किसी से दोस्ती की उसको आपने अपनी कोई बात बताई इस कारण लड़का और लड़की का रिश्ता खराब हो सकता है दोस्ती किसकी अच्छी लगती है जो साथ दे वो नहीं जो आपके बारे में कुछ भी बिना सोचे समझे बोल दे आप कोई भी राज किसी भी दोस्त को ना बताओ चाहे लड़का हो या लड़की आपके लिए जलन भाव उमड़ जाए आपसी बातचीत से रिश्ते सुधरते हैं पीठ पीछे सुनने से बिगड़ते हैं


काला समाज ये वह समाज होता है दिखने में सुंदर तो होता है काम थोड़ा लोग काला करते हैं रिश्ते आप किसी से भी जोड़ लो लेकिन दोस्ती सोच समझ कर रखना आस पास का माहौल आपको हमेशा गलत समझेगा लेकिन अपनी तरफ से अपने आप को आप सही समझना


एक लेखक हर आदमी का जीवन बदल सकता है लड़की और लड़का के बीच के रिश्तों की दो दीवार होती है समाज और दोस्त कहते है न अंधेरे में रहोगे तो अंधे हो जाओगे एक पुरुष था उसकी नई शादी हुई चार दोस्तों ने मिलकर रिश्तों में दरार डाल दी अच्छाई से दुनिया चल जाती तो हर अच्छा आदमी आगे होता और बुरा आदमी पीछे लड़की और स्त्री बुरी नहीं बना दी जाती है।


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