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Shailaja Bhattad

Abstract

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Shailaja Bhattad

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सोच मे सुधार

सोच मे सुधार

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"आप सभी लोग कहां से आ रहे हैं शर्मा जी? सब खैरियत?"

"बस, पूरी टीम के साथ अपार्टमेंट की आबोहवा जांचने निकले हैं।"

"बहुत बढ़िया, फिर आपने टेरेस का मुआयना भी कर लिया होगा। जमीन पर जगह-जगह गड्ढे, दरारें..., देखी तो होंगी ही। रिनोवेशन की कोई योजना बनाई है आपने?"

"मैडम जी, आप दूसरे अपार्टमेंट्स के टेरेस देखिए इससे भी बुरे हालात में है।" साथ आए सहायक ने जवाब दिया।

"यानी आप सुधार के लिए तुलनात्मक रवैया अपनाते हैं। वह ठीक तो हम ठीक, नहीं तो सब ठीक।"

"मैं तो सिर्फ बता रहा हूं।"

 "इसे बताना नहीं सुधार पर पूर्ण विराम लगाना कहते हैं।"


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