सेम टू यू
सेम टू यू
हम दोनों ही शायद 60-65 साल के होंगें। सुबह पार्क में वो मेरे आगे-आगे धीरे-धीरे चलती थीं। मैं उनसे जल्दी चल सकता था पर न जाने क्यों मैं भी पीछे-पीछे धीमे-धीमे चलता रहता था। उनके घुटनों में दर्द था शायद इसीलिए वो धीरे चलती थीं। आपस में सर को थोड़ा सा झुका कर हम एक-दूसरे से हेलो कर लेते थे। बस इतनी ही जान-पहचान थी हमारी। अचानक बेंच पर बैठ गयीं वो और अपने कंधे को अपने कमज़ोर व बूढ़े हो चुके हाथों से सहलाने लगीं शायद दर्द था कंधे में। मैं दूर ही ठहर गया।वापस मुड़कर पार्क का आधा चक्कर काट कर मैं वापस घर आ गया।
अपनी जेब में हाथ डाले तो 50 रुपये का नोट निकला। देर शाम मेडिकल की दूकान पर हौले-हौले चलते हुए पहुँचा और दर्द से राहत के लिए एक ऑइन्टमेंट ली और घर आकर सो गया और सुबह का इन्तजार करने लगा। आधी रात पानी पीने को उठा तो देखा बेटे के कमरे की लाइट जल रही है। बहू के हंसने की आवाज़ आ रही थी और बेटे को "हैप्पी वैलेंटाइन्स डे" कहते सुना। मेरे चेहरे पर भी मुस्कान आ गयी।
सुबह पार्क में जल्दी पहुँच कर उनका इन्तजार करने लगा। तभी वो दूर से धीरे-धीरे आती दिखीं। कुछ दूर चलकर वो बेंच पर बैठ गयीं और अपना कंधा सहलाने लगीं ।नजदीक पहुँच कर मैंने ऑइन्टमेंट उनके आगे कर दी और "हैप्पी वेलेंटीनेस डे" बोल दिया। उन्होंने भी शर्माते हुए ऑइंटमेंट मेरे हाथ से ले लिया और मुझे भी "सेम टू यू" कहा।

