सडक किनारे खडी औरतें
सडक किनारे खडी औरतें
आप लोगो ने कभी हाइवे पर सफ़र करते समय सडक किनारे खडी औरतो को देखा है?हाँ हमने देखा है वह औरतें अपना पेट भरने के लिये अपने तन का सौदा करती है,वह खडी रहती हैं लारीका ड्राईवर या कोई और उधर से गुज़रे तो उनको पटा कर अपने तन का सौदा करती है,वह कोई भी हो सकती है,लाली कमला,सलमा कोई भी हो सकती बस एक ही मकसद होता है कि बस अपना पेट ही नही ,अपने साथ रहने वालो काभी पेट भर सके,कितना मरती है वह औरत ,कितना जमीर मारती है वह औरत,शायद कई बार उसको कोई सौदा करने वाला मिलता भी ना होगा,या शायद वह कई बार भूखे पेट पानी पी कर सोती भी होगी,हर दिन कई कई बार वह औरत बिकती होगी पर वह गलत नही है अब लाली कमला या सलमा के भूखे पेट उससे यह सब कराती है यह गलत कैसे हो सकती है,समाज में वह कहाँ कौन सा दर्ज़ा मिलता है,उसको शायद हिकारत या एच आई वी से तडप तडप कर मौत,या गुमनामी की जिंदगी या बस जीने की चाहत ,आज का लेख उन महिलाओ के लिये जो बस जी रही है,काहे कि जीना है,हम सलाम करते है उन औरतो को जो कमसे मुसीबतो के साथ जी तो रही हैं,कम से खुदकशी तो नहीं कर रही है,बस यही कहना चाहते है वह बुरी नही है,बुरे है हालात उनके,चलिये जो हम को टीक लगा हमने साझा किया पर बहुत ही संवेदनशील विषय है बहुत सी बाते है कहने और सुनने को आप सब का दिन मंगलमय हो