अंदर देखा तो पलंग में रेशमा बैठी हुई थी। रेशमा को देख के मुकेश के होश-ओ-हवास उड़ गए अंदर देखा तो पलंग में रेशमा बैठी हुई थी। रेशमा को देख के मुकेश के होश-ओ-हवास ...
आज की रात हमारे उन वादों को निभाने वाली प्रेम रात है। इस संसार को दिखाने वाली प्रेम रात है कि बिना ... आज की रात हमारे उन वादों को निभाने वाली प्रेम रात है। इस संसार को दिखाने वाली प...
कपूर साहब सर झुकाए निशब्द खड़े हुये थे और पार्टी में उपस्थित लोग स्तब्ध हो कभी कपूर साहब की बेटी को ... कपूर साहब सर झुकाए निशब्द खड़े हुये थे और पार्टी में उपस्थित लोग स्तब्ध हो कभी क...
और अपना सामान लेकर वहाँ से चली गई। और अपना सामान लेकर वहाँ से चली गई।
समाज में उन्हे कहाँ कौन सा दर्ज़ा मिलता है समाज में उन्हे कहाँ कौन सा दर्ज़ा मिलता है
एकदम एक दूसरे में लगभग खोके वह मदहोशी के आलम में डूब रहे थे। एकदम एक दूसरे में लगभग खोके वह मदहोशी के आलम में डूब रहे थे।