मजदूर
मजदूर
आज मजदूर दिवस की शुभकामनायें आज की कहानी मजगूरों की जबानी।
मैं राम दीन बात पर धुडकी खाने वाला मजदूर ,रोटी री आश लगाता मजगूर ,बस हर दिन नये आशा के लिये जीने वाला मजदूर बस संयम को लेकर जीने वाला मददूर हर गम को पीने वाला मजदूर करोना के लाँक डाउन की वजह से कुछ कर नहीं पाये यह तो बुरा लग रहा पर उनको याद तो कर ही सकते है।
उनको सलाम तो कर ही सकते हैजी हाँ उनके हौसले को सलाम तो कर ही सकते है जो हमारी देश की नींव है,जो वाकई में ईमानदारी से जीता है कितनी मेहनत करता है बस दो जून की रोटी कमाने के लिये मेहनक करता है पसीना बहाता है। और सब टीक हो जायेगा की आशा में मर जाता है कितना मेहनती है यह कौम।
इनकी बदन से मेहनत की खूशबू से महकता है और चेहरा इमान की रोटी से चमकता है।