"माते जिस प्रकार आपने एक प्यासे को पानी पिलाकर बड़ा ही पुण्य का काम किया है। "माते जिस प्रकार आपने एक प्यासे को पानी पिलाकर बड़ा ही पुण्य का काम किया है।
हम जैसे गरीब के लिए ये रोटी ही हमारा रोज खाना है।आप यहां खाना खाने के लिए आते हैं। हम जैसे गरीब के लिए ये रोटी ही हमारा रोज खाना है।आप यहां खाना खाने के लिए आते है...
क्या वह मरणोपरांत बोझ बनना चाहेगा ? फिर मृत्युभोज क्यूँ ? क्या वह मरणोपरांत बोझ बनना चाहेगा ? फिर मृत्युभोज क्यूँ ?
घोणुवा (लस्सी),लौणी घी, (घर पर बनाया हुआ बटर )', चूल्हे की रोटी बडी याद आती है। घोणुवा (लस्सी),लौणी घी, (घर पर बनाया हुआ बटर )', चूल्हे की रोटी बडी याद आती है।
मुझे नही लगता कि मम्मा स्कूल में बच्चो को ठीक तरह से गणित पढा भी पाती होगी।" मुझे नही लगता कि मम्मा स्कूल में बच्चो को ठीक तरह से गणित पढा भी पाती होगी।"
टाट का थैला सर पर बिछाए बुढ़िया चल दी। बृजमोहन जी भी जल्दी जल्दी कदम बढ़ाने लगे। मंदिर के बाहर बृजमो... टाट का थैला सर पर बिछाए बुढ़िया चल दी। बृजमोहन जी भी जल्दी जल्दी कदम बढ़ाने लगे।...