गुरुकुल में बाबूजी के अनुभव की रोचक कहानी .. १९४७ की गुरुकुल में बाबूजी के अनुभव की रोचक कहानी .. १९४७ की
जीवन में हमेशा हमें वक़्त के साथ चलना चाहिए ................... जीवन में हमेशा हमें वक़्त के साथ चलना चाहिए ...................
मैं एक दिन टैक्सी से भोपाल जा रहा था। साथ में अन्य सवारियां भी थीं । सब की नजरें और गर्दन झुकी हुई थ... मैं एक दिन टैक्सी से भोपाल जा रहा था। साथ में अन्य सवारियां भी थीं । सब की नजरें...
"माते जिस प्रकार आपने एक प्यासे को पानी पिलाकर बड़ा ही पुण्य का काम किया है। "माते जिस प्रकार आपने एक प्यासे को पानी पिलाकर बड़ा ही पुण्य का काम किया है।
ज़्यादातर महिलाएँ दुनिया के मसलों पर कोई राय या फिर अपना कोई पॉइंट ऑफ व्यू वग़ैरा वग़ैरा ज़्यादातर महिलाएँ दुनिया के मसलों पर कोई राय या फिर अपना कोई पॉइंट ऑफ व्यू वग़ैरा...
तो आज ही क्यों न जी लेे हम जो सांसे बची है उनका सही इस्तेमाल करें तो आज ही क्यों न जी लेे हम जो सांसे बची है उनका सही इस्तेमाल करें