रंगों की होली
रंगों की होली
होली में रंग उड़ उड़ कर होली का मजा ले रहे थे।
एक लड़की को किसी ने गुलाल लगाया तो गुलाबी रंग झट से लाल रंग को कहने लगा,"देखा,मेरी कितनी अहमियत है होली में?तुमको तो बहुत कम लोग लगाते है और तो और मेरे गुलाल पर तो गाने भी है।और वह बड़े ही जोर जोर से गाना गाने लगा।गुलाबी आँखे जो तेरी देखी शराबी ये दिल हो गया...."
लाल रंग जो अपने आप को बड़ा ही तोप समझता था,एकदम ही गुस्से में लाल पिला होकर बोलने लगा, "अरे तुम ने मुझे क्या समझ रखा है?किसी को भी चाहे कितना भी बड़ा आदमी क्यों न हो,और कितनी ही बड़ी गाडी में क्यों न जा रहा हो,मैं उसको भी एकदम से रोक लेता हूं, ट्रैफिक सिग्नल में तुम ने मुझे और मेरे रोब को देखा ही होगा।सब एकदम से चुप हो गए।
लेकिन हरा रंग जो खुद भी ट्रैफिक सिग्नल पर रहता था बोल पड़ा,"अरे,तुम खुद को क्या समझते हो?मैं बिलकुल भी चुप बैठकर तुम्हारी ये सब वाहियात बातें नहीं सुनूंगा।तुम सारे रंगों, तुम भी जान जाओ की मैं जो लोग यहाँ बड़ी बड़ी बातें करते हैं की मैं फलाने को रोक सकता हूँ।तुम सब सुन लो। मैं तो उन सब को एक बार में ही जाने देता हूँ।कोई माई का लाल फिर किसी को भी चाह कर नहीं रोक सकता।
और तुम लोग सारे ही शायद एक बात भूल रहे हो की मैं एवरग्रीन हूँ।मेरी इस दुनिया में एक हैसियत हैं। सब जगह हरियाली ही हरियाली दिखाई देती है।और वह गाने लगा,“ये लाल रंग कब मुझे छोड़ेगा ...”
नीला रंग हमेशा की तरह शांत था ,लेकिन सब रंग इतना बोल रहे थे तो वह कबतक चुप रहता भला?वह भी बोल पड़ा,"सब रंगों को पानी की तो जरुरत पड़ती है और तुम सब यह मत भूलो की पानी रंग नीला होता है,और तो और आसमान का रंग भी नीला होता है।"
पीला रंग जो एकदम मायूस सा होकर बैठा था, जैसे की उसको पीलिया हुआ हो।वह कहने लगा "तुम यह मत भूलो की हल्दी का रंग पीला होता है और खाने में अगर हल्दी न हो तो खानेका रंग कैसा होगा ?"
काला रंग जो चुपचाप बैठा था।जैसे कि चुपचाप कोई काला जादू कर रहा हो।एकदम से बोल पड़ा,"तुम सब लोग क्या बक रहे हो?मैं काला जादू जानता हूँ और मैं जादू से तुम सब को मुझमें समां सकता हूँ।"
सफ़ेद रंग जो हमेशा की ही तरह ही शांत रहता था।तंग होकर बोल पड़ा, "देखो, तुम लोग एकदूसरे से लड़ो मत।मैं तो कहता हूँ की हम सब रंग मिल कर रहते है इसी के कारण दुनिया खुबसूरत दिखती है।और काले,तू जो बोल रहा है न की मै जादू कर सकता हूँ और न जाने क्या क्या?तो मैं तुम्हे समझाना चाहता हूँ की मैं शांत हूँ इसका मतलब यह तो नहीं है की मैं कुछ नहीं कर सकता?अरे, तुम सब मिल कर ही तो सफेद रंग मतलब मैं बनता हूँ और यह दुनिया इतनी खुबसूरत.....
सब खुश होकर और बड़े ही मजे में ताल से ताल मिलाकर अनु मलिक का गाना गाने लगे, do me a favour lets play holi......