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Ruchika Khatri

Romance

4  

Ruchika Khatri

Romance

प्यार के रुप अनेक

प्यार के रुप अनेक

4 mins
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"हां आराध्या....... अब बताओ क्या बात है....? इतना क्यों गुस्सा हो रही हो रोहित से....?" मैंगो शेक के दो गिलास टेबल पर रखते हुए मैंने आराध्या से पूछा।

"गुस्सा नहीं होऊ तो और क्या करूं मैं........ उसके पास मेरे लिए टाइम ही नहीं है....... जब देखो काम, काम, काम...... सारा दिन बिजी ही रहता है। कभी मीटिंग में, कभी मार्केट में, कभी बॉस के साथ, कभी क्लाइंट के साथ........ और मैं..... मैं तो हूं ही नहीं उसकी जिंदगी में।" गुस्से में मुंह फुलाते हुए आराध्या ने कहा। मैं जानती हूं कि आराध्या भी अपनी जगह पर सही है लेकिन रोहित के ऊपर भी तो जिम्मेदारी है ना।

"देख आराध्या........ मैं जानती हूं कि तू सही है लेकिन थोड़ा बहुत एडजस्ट तो करना पड़ता है ना । अब तुम पहले की तरह प्रेमी-प्रेमिका तो हो नहीं....... पति पत्नी हो तो जिम्मेदारीयां तो आ ही जाती है ना।"

"वाह!...... तुम भी उसकी तरफदारी करने लगी....... कि जिम्मेदारियां है एक बात बताओ जिम्मेदारियां हैं तो क्या हमारा रिश्ता खत्म हो गया........ हमारे बीच का प्रेम खत्म हो गया......... क्या वह कोई मायने नहीं रखता। रोहित को तो पूरा दिन काम से ही मतलब होता है ना कहीं बाहर लेकर जाता है, ना शॉपिंग के लिए, ना कैंडल लाइट डिनर, बर्थडे एनिवर्सरी उसे कुछ याद नहीं रहता है और गिफ्ट..... वह तो होता क्या है मैं तो यह भी भूल गई हूं। जब तक शादी नहीं हुई थी मेरे आगे पीछे घूमता रहता था और अब देखो साहब के पास टाइम ही नहीं है।"

"अच्छा.....! तो तुझे लगता है कि वह पहले जैसा नहीं रहा......... एक बात बता........ उस दिन जब तुझे सर में दर्द था और मैंने कॉल किया था तो तूने क्या कहा था "कि मेरे सर में दर्द है इसलिए रोहित सैंडविच बना कर लाए हैं हम दोनों साथ में सैंडविच खा रहे हैं।" उसके बाद रोहित ने हीं तुझे दवाई दी थी और दूध भी गर्म करके दिया था है ना.....!  और 2 दिन पहले जब तेरी लाडली निक्की की तबीयत खराब थी और तुझे अपनी कजिन की सगाई में जाना था तब निक्की का ध्यान किसने रखा था......? ताकि तू प्रोग्राम अटेंड कर सके और निक्की भी तुझे परेशान ना करें। इसके अलावा मैडम....... रोहित को सब्जी लेना नहीं आता है लेकिन फिर भी शादी के बाद वह सब्जियों के साथ-साथ फ्रूट्स लेना भी सीख गया है जानती हो क्यों.....? क्योंकि तुम्हें दिक्कत ना हो और जब भी सब्जियां लेने जाता है सबसे पहले तुम्हारी पसंद की भिंडी जरूर उठा लाता है सही कहा ना मैंने......... और हां निकी के होने के बाद जब तुम्हें कमर में दर्द था तुम थोड़ी थोड़ी मोटी हो गई थी उस टाइम तुम्हारे साथ सुबह उठकर योगा कौन करता था रोहित ही ना.......! अब आया कुछ समझ में मैडम.......? देख आराध्या प्रेमी प्रेमिका और पति पत्नी दोनों ही रिश्तो में बहुत फर्क होता है लेकिन हां प्यार कहीं नहीं जाता बस उसे जताने के तरीके बदल जाते हैं........ समझी.....! पहले वह फोन कर कर के तेरा हालचाल पूछता था तेरी केयर करता था और अब तेरे बीमार होने पर तेरे साथ खड़ा होता है तेरी जरूरत की हर चीज तेरे लिए लेकर आता है हां तेरे लिए गिफ्ट नहीं लाता लेकिन तेरी पसंद की भिंडी और वह लादूराम के समोसे वह जरूर उठा लाता है। तू आराम से फंक्शन एंजॉय कर सके इसलिए छुट्टी लेकर घर बैठ जाता है सब की डांट भी खाता है बर्थडे और एनिवर्सरी याद नहीं रखता लेकिन तुम्हारी पीरियड्स की डेट जरूर याद रखता है ताकि उस समय तुम्हें आराम दे सके तुम्हारी केयर कर सके........ लेकिन प्यार....! प्यार नहीं करता वह तुमसे...... बदल गया है.......है ना....?

"अब बस भी कर यार......... सच में तूने मेरी आंखें खोल दी और एक मैं हूं जो कुछ समझ ही नहीं पाई। सही कहा तूने जिम्मेदारियों के चलते इजहार करने के तरीके बदल ज लेकिन प्यार वह हमेशा रहता है। अब मुझे हर वह बात याद आ रही है जो आज तक कभी मेरी नजरों के सामने आई ही नहीं। थैंक यू वेरी मच यार तेरी इन बातों से मेरा गुस्सा तो छूमंतर हो ही गया साथ ही साथ प्यार आ रहा है अपने रोहित पर।"

  "पागल है क्या तू....... चल जा रही हूं मैं..... बाय।"

दोस्तों अक्सर ऐसा ही होता है जिम्मेदारियों के चलते हमें यह महसूस होता है कि न जाने हमारे बीच का प्यार कहां गुम हो गया है लेकिन ऐसा होता नहीं है वह तो यही मौजूद है बस जरूरत है तो उसे समझने की।

आपको मेरी यह कहानी कैसी लगी कमेंट करके अपने विचार जरूर साझा कीजिएगा।


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