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Ruchika Khatri

Others

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Ruchika Khatri

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बेटी या बहन

बेटी या बहन

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"मम्मी मुझे भी बहन चाहिए......... देखो सब की बहन होती है। यहां तक की मेरे छोटे से भाई की भी मैं बहन हूं लेकिन मेरी तो कोई बहन ही नहीं है मुझे भी बहन चाहिए।" कहते-कहते मैं जोर जोर से रोने लग गई।


तब मम्मी ने मुझे प्यार से चुप करवाया और अपनी गोदी में बिठाकर समझाया कि "बेटा हमने कान्हा जी से छोटू बेबी मांगा था तो उनके पास उस समय लड़का ही था लड़की नहीं थी। इसलिए उन्होंने आपके लिए छोटा सा भाई भेज दिया। आप उदास मत हो और कौन कहता है कि आपकी बहन नहीं है ताऊ जी की बेटियां है ना रीना शीना वो आपकी बहने ही है...... आप उनके साथ खेलो।"


"हां वह मेरी बहने हैं....... लेकिन मुझे अपनी वाली बहन चाहिए। आपको पता है रीना दीदी शीना दीदी दोनों बहुत मजे करती हैं साथ में खेलती हैं पढ़ती हैं और एक दूसरे के कपड़े भी पहनती हैं। पता है एक डांस करती है तो दूसरी गाना गाती है। एक गुड़िया को कपड़े पहनाती है तो दूसरी उसकी कंगी करती है ऐसे खेलने में बहुत मजा आता है....... कान्हा जी ने मुझे बहन क्यों नहीं दी......?"


"अरे मेरा बेटा.......... आपको बहन के साथ खेलना है ना चलो मैं आपके साथ खेलती हूं........... कौन सा खेल खेलना है आपको........ बताओ?"



एक बार फिर से मां ने अपनी बातों में उलझा दिया मुझे और मैं उनके साथ खेलने लग गई। लेकिन यह पहली बार नहीं था। जब भी मैं दो बहनों को आपस में खेलते हुए देखती तो मेरा मन ही करता कि काश मेरी भी एक बहन हो। जिसके साथ मैं खेलूं..... पढ़ू...... हम दोनों एक दूसरे के कपड़े पहने...... लड़े झगड़े एक दूसरे से प्यार करें........ शरारते करें.......... जब मां एक को डांटे तो दूसरी आकर उसे बचा ले। इसीलिए जब मुझे पता चला कि मां फिर से एक छोटा बेबी लाने वाली है तो मैं बहुत खुश हो गई और ईश्वर से प्रार्थना करने लगी कि मुझे बहन ही दे। लेकिन उन्होंने एक बार फिर से मुझे एक प्यारा सा भाई दे दिया। सभी के चेहरे पर रौनक थी लेकिन मैं कहीं ना कहीं उदास थी क्योंकि मुझे तो बहन चाहिए थी।


वक्त अपनी रफ्तार से बढ़ रहा था लेकिन मेरे मन में हमेशा यह बात चभती थी कि मेरी कोई बहन नहीं है। जब भी दो बहनों को देखती तो मन उदास हो जाता। थोड़ी समझदार हुई तब मां से कहती थी की एक बार फिर से कोशिश कर लेते क्या पता मुझे बहन मिल जाती। तब मां मुस्कुरा कर मुझसे कहती थी यह सब कुछ इतना आसान नहीं है बेटा और वैसे भी तेरी नानी ने ने मुझे भी बहन नहीं दी है इसीलिए मैं तेरे साथ खेल कर, तेरे साथ मस्ती कर के अपना जी हल्का कर लेती हूं क्योंकि बहन ना होने की कसक तो कहीं ना कहीं मेरे अंदर भी है।


अब मेरी पढ़ाई पूरी हो चुकी थी और मैं नौकरी करने लग गई थी अब मैं और मम्मी पक्के वाले दोस्त बन गए थे यह रिश्ता तो मम्मी ने शुरू से ही मेरे साथ रखा था लेकिन समय के साथ वह मां से दोस्त बन गई थी। धीरे-धीरे उनके साथ बहनों वाला रिश्ता हो गया था साथ में घूमना फिरना मस्ती करना बारिश में भीगना गाने चलाकर डांस करना साथ में शॉपिंग के लिए जाना। कभी मैं मम्मी की साड़ी पहनती तो कभी मम्मी मेरी जींस टॉप। अब हम दोनों ही बहनों की तरह खुलकर जीने लगे थे। लेकिन फिर भी मम्मी तो मम्मी होती है।


समय चक्र बड़ा और मैं विवाह बंधन में बंधकर ससुराल आ गई। और शादी के 2 साल बाद मैंने एक प्यारी सी बेटी को जन्म दिया। पूरा परिवार बहुत खुश था मिठाइयां बंटवाई गई। बहुत ही खूबसूरत तरीके से बिटिया का स्वागत हुआ। नामकरण संस्कार हुआ तब लगा कि शायद अब मेरा सपना पूरा हो जाएगा। मैं अपनी बेटी में ही अपनी छोटी सी बहन को ढूंढने लगी। कभी उसकी मां बन जाती तो कभी बहन बन जाती लेकिन यह तो बहुत छोटी है फिलहाल तो इसे सिर्फ मां की ही जरूरत है यही सोच कर उसकी सेवा करने लगी। ठीक 4 साल बाद मैंने दूसरी बेटी को जन्म दिया।

इस बार परिवार में वह खुशी वाला माहौल नहीं था क्योंकि कहीं ना कहीं सभी को एक बेटे की उम्मीद थी। लेकिन वहीं दूसरी तरफ मैं बहुत खुश थी इतनी खुश थी कि मेरे पास उन खुशियों को बयान करने के लिए शब्द नहीं है। मेरी तो कोई बहन नहीं है लेकिन हां मेरी बेटियां आपस में बहने हैं इसीलिए उन्हें कभी इस चीज का अफसोस नहीं होगा कि उनकी कोई बहन नहीं है। मेरी दोनों बेटियां अब बड़ी हो चुकी है और जब मैं आपस में उनका प्यार देखती हूं तो मन गदगद हो जाता है। अगर मैं बड़ी को डाटती हूं तो छोटी उसे बचाने आ जाती है छोटी को डांटू तो बड़ी मुझसे लड़ने आ जाती है अगर छोटी बेटी को चॉकलेट दी तो वह कहेगी दीदी के लिए भी दो और अगर बड़ी को दी तो उसका भी यही कहना होता है कि मेरी बहन के लिए भी दो। एक दूसरे को प्रेम से खाना भी खिलाती है और कभी-कभी झगड़ भी लेती है बहनों के बीच का यही प्यार तकरार गुस्सा छेड़खानी देखने के लिए न जाने कब से तड़प रही थी हे ईश्वर तेरा कोटि-कोटि धन्यवाद तुने मुझे बहन नहीं दी तो कम से कम मेरी बेटियां तो इस खूबसूरत रिश्ते को जी रहे हैं।



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