"पति का बटुआ"
"पति का बटुआ"




पति का बटुआ लगे कितना प्यारा,
बटुआ होता जीवन में सबसे न्यारा,
बिन बटुए के जीवन सूना-सूना,
बटुआ सबका होता प्यारा दुलारा।
दुनिया की खुशियां
बटुए में समाती,
मन चाहा हर सामान
जब ही तो सब मैं लेती,
बटुए में नोट होते खरे-खरे,
खर्च करके,
ढेरों खुशियां झोली में भर लाती,
बटुआ जब हो भरा-भरा,
जीवन लगे हरा भरा,
तब मैं एक की जगह
दस खर्च करके आती हूँ।