Manju Rani

Abstract

5.0  

Manju Rani

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नो मोबाइल गेम

नो मोबाइल गेम

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सोरभ आज भी मोबाइल उठाता है तो उसे कुछ याद आ जाता है। पिछले साल वो अपनी दादी ,माँ और पापा के साथ नासिक चाचा के घर गए थे। वहाँ से वापस आने के लिये पापा ने बस में टिकट बुक की थी।बस रात को दस बजे चल दी।

दादी मेरे साथ बैठी हुई थींं। मम्मी-पापा एक साथ हमारी बगल वाली सीट पर बैठे थे। सैमी स्लीपर सीट मेंं दादी को ठीक से बिठा कर मैं अपने मोबाइल मेंं गेम खेलने लगा।

दो घंटे के बाद बस पंद्रह-बीस मिनट के लिये रुकी।

मैंने दादी से पूछा - माँ,आप को पेशाब करने जाना है मम्मी पूछ रही हैं। अभी ओर कितनी देर लगेगी पूणे पहुंचने मेंं- दादी ने पूछा।

उधर से पापा बोले - अभी तीन-चार घंटे लग जायेंंगे।

दादी फिर मम्मी के साथ जा कर आ गई।मैंने दादी को ठीक से बिठा दिया और फिर मोबाइल मेंं लग गया। पापा अपने मोबाइल मेंं लगे थे।

थोड़ी देर बाद पापा बोले - मेरे मोबाइल की बैटरी खत्म होने वाली है तू अपने मोबाइल की बैटरी बचा कर रखना।

मैंने बोला - अच्छा जी और फिर लग गया मोबाइल मेंं गेम खेलने। मैंने देखा बस मेंं सब सो रहे थे शायद खेलते-खेलते मेरी भी आँख लग गई।

पापा ने मुझे हिला कर कहा - बेटा उठो हमें यहीं उतरना है।हम सब बस से नीचे उतर गए।

पापा बोले - मेरे फोन में बैटरी नहीं है तू अपने फोन से उबर से टैक्सी बुलाले।

मैंने जेब से फोन निकाला तो देखा वो तो बंद पड़ा है।

मैंने बोला - इस की बैटरी भी चार्ज नहीं।

पापा को गुस्सा आया पर बोले कुछ नहीं। इधर-उधर देखने लगे, कहीं कोई ओटो मिल जाए तो।

सुबह के साडे चार बजे थे उस जगह से ओटो मिलना भी मुश्किल था। पापा ओटो देखने थोड़ा आगे चले गए।इधर दादी को अपनी तबियत अच्छी नहीं लग रही थी।

मैंने पूछा - माँ, क्या हुआ ?

दादी बोली- बेटा जल्दी कर मुझे कुछ अच्छा नहीं लग रहा।मैंने उन्हें बैग पर बिठा दिया । मम्मी ने अपना छोटा सा फोन निकाला। शर्मा आंटी को फोन करने लगी।तभी पापा ओटो ले आए। पर दादी तो बेहोश सी हो गई।पापा ने और मैंने दादी को ओटो में बिठाया। दादी के एक ओर मम्मी दूसरी ओर पापा बैठ गए और मुझे ओटो वाले ने आगे बिठा लिया।

पापा ने ओटो वाले को सीधा पास के अस्पताल ले जाने को कहा ।दादी तब तक बेहोश हो चुकी थीं। अस्पताल पहुंचते ही डाक्टर ने चैक अप करने के बाद बताया उनका बल्डप्रेशर बहुत कम हो गया है ।घबराने की बात नहीं। यह सुन कर हम सब ने लम्बी सांंस ली और मैंने तय किया रास्ते मेंं नो मोबाइल गेम केवल जरूरत के लिये मोबाइल का प्रयोग।


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