नासमझी
नासमझी


लोकेश वैसे तो पढ़ा लिखा लिखा है मगर न जाने कभी-कभी उसको क्या हो जाता ? पूरे देश में लॉक डाउन हुआ है मगर उसको इसी में अपनी उस्तादी दिखानी है। कहता है "पुलिस कुछ नहीं कर पाएगी, देखना शहर के 10 चक्कर लगा कर आराम से आ जाऊंँगा"।
उसकी मां उसे बार-बार टोकती रही मगर अब जवानी में कौन किसको सुनता है? ऐक्टिवा लेकर निकल गया। घर से थोड़ी दूर उसे छत पर खड़ी हुई मोहिनी दिखी जिसे देखकर वह पागल हो गया।
अब इसी बहाने से दिन में कई बार एक्टिवा घर से बाहर निकालता और देख कर आता की मोहिनी को दोबारा छत पर तो नहीं। मगर मोहिनी बार-बार छत पर क्यों होगी। लोकेश ने उसके घर के बाहर एक्टिवा का होरन बजाना शुरू कर दिया। मोहिनी ने किचन की खिड़की से देखा कि कोई लड़का एक्टिवा पर है मगर होरन क्यों बजा रहा है इसका उसको कोई अंदाजा नहीं था।
उसने जल्द ही नोटिस कर लिया कि वह लड़का उसके घर के चक्कर लगा रहा है। मोहिनी को भी मजा आने लगा। उसका भी अच्छा टाइम पास हो रहा था। वह भी छत पर जाकर खड़ी हो जाती। लोकेश दिन में कई बार उसकी गली के चक्कर लगाता । एक दिन मोहिनी के घर से कुछ दूर पहले पुलिस खड़ी थी ।लोकेश एक्टिवा घुमाकर जैसे ही मोहिनी के घर के पास आया। पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
हवलदार बोला "कहांँ जा रहा था"? "सर पेट्रोल भरवाने जा रहा हूंँ "। पेट्रोल खत्म हो गया गया हवलदार ने एक डंडा लगाया और कहा "पूरा देश जब घर में बैठा है तुझे एक्टिवा घुमाने की पड़ी है"। नहीं !नहीं! सर ,"सच में पेट्रोल खत्म हो गया था "। पुलिस ने उससे उसकी एक्टिवा के कागज व ड्राइविंग लाइसेंस मांँगा ।वह दे ना पाया। एक्टिवा अपने पास र, हवलदार ने लोकेश को अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर उसे उसके घर ले गया।
जब घर की डोर बेल बजी तो लोकेश की माताजी बाहर निकली। पुलिस को देखकर घबरा गई । हवलदार ने सख्त लहजे में लोकेश की मम्मी को कहा "जरूरत नहीं है तो भी इसको बाहर क्यों निकाल रहे है"? माता जी हम सभी आपकी सेवा में दिन रात लगे हुए है कि आप लोग बीमार न पड़ो। मम्मी की आंँखों में आंँसू आ गए ।उन्होंने कहा "इसे आप ऐसे ही क्यों ले आए।आप को पता नहीं क्या ? जो लोग बात न समझते हो, उन्हें लातों की जरूरत पड़ती है।"
आपने ऐसे ही क्यों आने दिया इसे चाहे तो अभी लगाए चार पाँच लठ्ठ। क्योंकि मैं तो कह कह के थक गई हूंँ। मगर यह जवान खून कहांँ समझता है? आप के शहर में भी क ई लोकेश हैं। पुलिस को जरूरत है इन लोकेश जैसो की जवानी व उनकी एक्टिवा पर लॉक लगाने की। "सावधानी बरतनी जरूरी है क्योंकि मौत किसी रिश्तेदार नहीं होती।"