लव मैरिज
लव मैरिज
रूचि और दीपक दोनों ही एक दूसरे को बहुत प्यार करते थे। इतना कि एक पल भी एक दूसरे से दूर नहीं रहते थे। कॉलेज खत्म होने के बाद जब दोनों ने अपने माता-पिता को बताया कि दोनों किसी से प्यार करते है तो दोनों के माता पिता भडक ग ए। रुचि के माता-पिता इस रिश्ते से इंकार कर चुके थे। दीपक जो कि ग्रामीण परिवेश से था, उसके माता पिता ने भी इसका विरोध किया।
रुचि एक संभ्रांत परिवार की लड़की थी मगर मस्त मौला। आज को जीने वाली, कल की परवाह ना करने वाली।
था तो दीपक भी ऐसा ही परंतु परिस्थितियों ने कुछ उसे ज्यादा ही समझदार बना डाला और गलत भी। क्योंकि उसने पैसे कमाने की होड़ में कब गलत काम कर डाले, उसे भी ना पता चला।
दोनों ने भाग कर शादी कर ली। अब शादी तो हो गई। परंतु रहने खाने-पीने के ढंग अलग होने के कारण दोनों में रोज झगड़ा होने लगा। मां बाप पहले ही घर से बेदखल कर चुके थे। दोनों दिल्ली शहर आए। लगातार कोशिश करने के बाद भी दोनों को नौकरी ना मिली। जैसे तैसे गुजारा चलता। इसी बीच दीपक ने गलत काम करने शुरू कर दिए। रुचि को यह सब ना बताता।
रुचि धीरे-धीरे दीपक से परेशान होने लगी उसका देर से आना, फोन पर हर समय व्यस्त रहना उसे सताता था।
घर में तंगी होने के कारण कोशिश करती कि वह दीपक को खुश रखें। लेकिन दीपक का अधिकतर मन बाहर लगता। अब दोनों में इतना तनाव हो गया कि दोनों ही अलग हो गए। दीपक को पता भी ना चला कि रुचि कब उसे छोड़कर चली गई क्योंकि ना तो उसे रुचि की जरूरत थी और रुचि दीपक के इस रवैया से दुखी होकर किसी दूसरे शहर में जॉब ढूंढने चली गई।