क्या सीखा
क्या सीखा


कोरोना की वैश्विक महामारी के कारण इंसान का जीवन बहुत ही परिवर्तित हो गया। इंसान ने कभी सोचा नहीं था कि जिंदगी बिल्कुल थम जाएगी और हमको एक दूसरे से अलग जाकर जीवन व्यतीत करना होगा।
कहते हैं कि परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है लेकिन ऐसा परिवर्तन जिसने दिल, दिमाग सब को हिला कर रख दिया
एक बात तो है कि इस महामारी के कारण हर इंसान ने कुछ ना कुछ नया करने की कोशिश की है क्योंकि हर व्यक्ति को इतना समय मिला कि वह ना चाहते हुए भी कुछ नया करने को मजबूर हो गया चाहे वह बच्चा हो या बड़ा।
सब ने अपनी प्रतिभा को निखारा है। जिंदगी में यदि महामारी ना आती तो जो व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन हुआ है वह शायद ना होता।