कर्फ्यू का उन्नीसवां दिन
कर्फ्यू का उन्नीसवां दिन


"अरे यह क्या सारे व्हाट्सएप पर यह मैसेज क्यों क्या हुआ ।" ,"अरे कुछ !नहीं अब तक हमारे शहर में एक भी कोरोनावायरस का मरीज नहीं था 3 लोगों को टेस्ट किया गया था उसमें से एक कि रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।" ,"यह तो बहुत चिंता का विषय है पता नहीं वह व्यक्ति कितने लोगों के संपर्क में आया हुआ और वह कितने लोगों के संपर्क में।", " अरे मैडम !यह मरीज तो मेरे घर से 1 किलोमीटर की दूरी पर ही रहता है। तुम उसको भूल से भी देखने मत जाना क्योंकि यह वैश्विक पटल पर महामारी बढ़ती जा रही है और हमें कोरोनावायरस से लड़ना है और सफल होना है।क्योंकि यह लड़ाई हम सबको मिलकर लड़नी हैं क्योंकि हमारी सरकार के द्वारा लक्ष्मणरेखा जो खींची गई है उसको हमें भूल से भी पार नहीं करनी है यदि हमने में लक्ष्मण रेखा को पार कर दिया तो इस महामारी को फैलने से कोई नहीं रोक सकता ।इसलिए हम सबको मिलकर घर पर ही रहना है और साथ में अपने साथियों को भी समझाना है कि भी घर पर ही रहे।