Ruchika Agarwal

Abstract

3.4  

Ruchika Agarwal

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जन्मदिन

जन्मदिन

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आज हनीफ का जन्म दिन है, लेकिन उसके लिए कुछ नया नहीं था, सूबह उठते ही वो अपने काम में व्यस्त हो गया परिवार वालो को भी किसी को हनीफ का जन्म दिन याद नहीं था, हनीफ कि बड़ी बहन ही थी जो उसका जन्मदिन हमेशा धूमधाम से मनाती थी लेकिन, उसकि शादी के बाद वो भी इतनी व्यस्त हो गई थी कि उसको अपने भाई का जन्म दिन, जो उसके लिए त्योहार से कम नहीं होता था, अब उसे याद करने कि फुर्सत नहीं रहती थी इसलिए दो तीन सालों से हनीफ का जन्म दिन सामान्य दिन से अधिक कुछ नहीं होता था,

और इस बार भी ऐसा ही कुछ था उसने भी अपना दिन ओफिस के कामों में बिता दिया, शाम को बिना खाने खाए सोने चला गया, थकावट के कारण उसकि आख लग गई, सपने में उसके सामने उसकि बहन का चेहरा आया, वो एक दम से खड़ा हो गया, लेकिन खड़ा होने पर उसकी आँखों के सामने जो था उसे उस पर विश्वास नहीं हुआ, उसके सामने उसकी बहन बैठीं थी उसे एक बार तो लगा कि वो सपना देख रहा है, लेकिन जैसे ही उसकी बहन बोली जन्मदिन की मुबारक हो भाई, वो ये सुनते ही अपनी बहन के गले लग गया, चुपके कर रोने लगा,उसकी बहन कि आखें भर आई, और फिर सबने मिलकर हनीफ का जन्म दिन मनाया, इस तरह आज हनीफ का जन्मदिन यादगार बन गया।


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