एक प्रेम कथा
एक प्रेम कथा
आज सोनिया सुबह जल्दी उठ गई थी और जल्दी ही तैयार होकर सत्या का इंतजार कर रहीं थी वो आज सत्या के साथ डेट पर जाने वाली थी, वो कब से ही अपने फोन को ऐसे देख रहीं थी मानों उसी में से वो बाहर निकल ने वाला हो। सत्या और सोनिया की कहानी की शुरुआत कुछ इस तरह होतीं हैं सत्या और सोनिया पहली बार कोलेज के खेल मेंदान में मिले थे, दोनों एक दूसरे के धूर विरोधी थे दोनों में समानता के नाम पर एक ही चीज थीं दोनों का बेडमिटंन के प्रति प्यार और इसी एक समानता के कारण उनका सामना हो जाया करता था और इसी इनके रोज के लडाई झगड़े के कारण वे पूरे कोलेज में प्रसिद्ध थे, हर कोई किसी तरह उनकी दोस्ती करवाने का प्रयास करते थे लेकिन उनके प्रयास विफल रहे लेकिन उनके दोस्तों को एक मोका मिला ही गया, वो था कोलेजो के मध्य होने वाला बेडमिटन कि प्रतिस्पर्धा , उनकी कोलेज से ये दोनों मुख्य खिलाड़ी थे।
तो ये दोनों साथ में तैयारी करते थे इसी का फायदा उनके दोस्तों ने उठाया और उनकी दोस्ती करवाइ, और दोनों को साथ वक़्त बिताने का मोका दिया इस कारण दोनों के मध्य ताल मेल बढ़ा, और दोनों एक दूसरे को समझने लगे उन्हें एक दूसरे के साथ रहना अच्छा लगने लगा,और इस तरह वक़्त गुजरते कब उन्हें प्यार हो गया उन्हें पता ही न चला और आज उन्हें अपने इस रिश्ते के तीन साल हो गए और इ आज फिर पुरे एक साल बाद मिलने वाले थे, इसलिए बहुत उत्साहित थी, तभी अचानक सोनिया का फोन बजता है,
और सोनिया ख्यालों से बाहर निकलतीं है, ये सत्या को फोन था, सोनिया ने फोन उठाया तो दूसरी और से कोई अजनबी आवाज थी जिसने उसे बताया सत्या कि कार कि दुर्रघटना हो गई है, ये सूनते ही सोनिया धडा़म से गिर पडीं और बेहोश हो गई और ओडिंयश ने तथा निरर्रिणायक गण ने खड़े हो कर उनका अभिवादन किया तथा सभी ने उनकी उन्नत प्रस्तुत कि तारीफ की।

