झुमकी
झुमकी


कितनी बार कहा है मैंने मेरे लिए प्लीज कुछ भी गिफ्ट मत लाया करो। घर पर कोई पूछेगा तो क्या बोलूंगी मैं ?
प्लीज रख लो। रणथम्बोर के हेंडीक्राफ्ट मेले में से लाया हूँ, ख़ास तुम्हारे लिए। प्लीज।इतनी छोटी-छोटी झुमकी है किसी का ध्यान भी नहीं जाएगा।
ठीक है मगर अगली बार ध्यान रखना।
दीदी ये झुमकी कहाँ से खरीदी तूने ?
अरे, ये कहाँ मिल गई तुझे ? चल वापस कर। ये मैंने वो फुटपाथ पर से खरीदी है।
चांदी की झुमकी फुटपाथ से खरीदी !
अरे नहीं ये चांदी की नहीं है।
पर दीदी ये तो बिलकुल चांदी के जैसी ही लग रही है।
अच्छा मुझे वापस देना ज़रा झुमक
ी। शाम को मिलकर बात करेंगे।
देखा ? मैंने तुमसे कहा था ना कि मेरे लिए प्लीज कोई गिफ्ट मत लाया करो। और तुम इतने लापरवाह हो कि चांदी की झुमकियाँ ले आये मेरे लिए। छोटी ने बताया मुझे तो कि ये चांदी की हैं।
पर....
पर क्या...?
मुझे भी नहीं पता था कि ये चांदी की हैं। इनको देखते ही सोचा तुम कितनी सुन्दर लगोगी इनको पहनकर और खरीद ली।
आज अचानक ही करवा चौथ के लिए तैयार होते हुए वो झूमकियाँ अंजलि के हाथ लग गई थी ।नवलखे हार के साथ छुपा कर रखी हुई वो झूमकियाँ आज शादी के बीस साल बाद भी अंजलि के मन को पहले प्रेम की सुगंध से महका रही थी ।