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Gita Parihar

Abstract

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Gita Parihar

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गिर राष्ट्रीय उद्यान

गिर राष्ट्रीय उद्यान

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बच्चों, आज हम बात करेंगे गुजरात के गिर अभयारण्य की। जानते हैं इसे किस उद्देश्य से बनाया गया था?"

बहुत से बच्चों ने उत्साह से हाथ उठा दिए," इस राष्ट्रीय उद्यान को एशियाई शेरों की सुरक्षा के लिए बनाया गया था।"ईशान ने जवाब दिया। 

"शाबास, बिल्कुल ठीक। इसके पीछे कारण था

शेरों की घटती संख्या से भारत और विश्व में चिंता। उस समय गिर में कुल 20 शेर थे।"

"इस राष्ट्रीय उद्यान के बन जाने के बाद उनकी संख्या में अवश्य ही बढ़ोतरी हुई होगी, है न चाचा जी?"रघु ने पूछा।

"अवश्य,2015 की गणना के अनुसार तब 523 शेर और 300 तेंदुए पाए गए थे।अब हिरण, स्ट्राइप्ड हायना,लंगूर, ब्लैक लेपर्ड,

 चोसिंघा और 200 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां हैं। "

"चाचा जी, यह राष्ट्रीय उद्यान कितना बड़ा है?"चंपक ने पूछा।

"यह राष्ट्रीय उद्यान 1412 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।"

"इतने विशाल क्षेत्र में फैले इस उद्यान को देखने के लिए क्या अपने वाहन से जा सकते हैं?"वैभव ने जानना चाहा।

"हां, क्यों नहीं, इस उद्यान में प्रवेश के लिए ₹70 देने पड़ते हैं और वाहन के लिए ₹35, फोटोग्राफी के लिए अतिरिक्त ₹100 देने पड़ते हैं ।अगर 6 भारतीय एक खुली जीप में जाते हैं तो उन्हें ₹5300 देने पड़ते हैं।"

"खुली जीप में तो मुझे बहुत डर लगेगा, क्या सैलानियों को नहीं लगता ?" जसवीर ने कहा।

"खुली जीप में इन शेरों को देखने का और प्रकृति के सौंदर्य का भरपूर आनंद उठाने का मजा ही कुछ और है। 

 अगर आप गिर घूमने गए हैं तो कमलेश्वर बांध भी देख सकते हैं।यहां दलदली मगरमच्छों को देखा जा सकता है।

 जमजीर फॉल्स भी रमणीक स्थल है।यहां घूमने का समय अगस्त से अक्टूबर तक उत्तम रहता है। "

"गुजरात टूरिज्म वैसे भी पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है। यहां अनेकों मंदिर, समुद्र तट, प्राकृतिक सौंदर्य, फॉल्स हैं और अब तो विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा, सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्थापित हो गई है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक गुजरात पहुंचते हैं। चाचा जी, आप से जितने स्थलों के बारे में सुनते हैं, इच्छा होती है कि भारत भ्रमण का ही टूर बना लिया जाए !"ऐश्वर्या ने कहा।

"ऐश्वर्या, पहले यह तो जान लो कि वहां पहुंचोगी कैसे?"कर्मवीर ने हंसते हुए कहा।

"वहां पहुंचने के लिए सड़क मार्ग, रेल मार्ग और हवाई मार्ग सभी उपलब्ध हैं। यहां का निकटतम हवाई अड्डा काशोध है जो 80 किलोमीटर है और राजकोट 160 किलोमीटर। गिर राष्ट्रीय उद्यान से सोमनाथ मात्र 50 किलोमीटर दूर है। सड़क यात्रा मनोरम है क्योंकि गुजरात की सड़कें बहुत ही चौड़ी और सुरक्षित हैं। तो बच्चों, 52 सप्ताह पूरे हो जाएं, फिर हम चलेंगे भारत भ्रमण पर, आज के लिए इतना ही, जय हिंद।"

"जय हिंद, चाचाजी और आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।"


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