Shailaja Bhattad

Abstract

2  

Shailaja Bhattad

Abstract

एकल परिवार-सौभाग्य या दुर्भाग्य

एकल परिवार-सौभाग्य या दुर्भाग्य

1 min
159



बचपन से ही अंग्रेजी माध्यम वाले विद्यालय में पढ़ने के कारण श्रुति की हिंदी पर पकड़ बहुत ही कमजोर थी जिसकी कमी उसे उसी के विद्यालय के मित्रों के बीच रहने पर भी बहुत खलती थी। लिखना तो दूर वह हिंदी अच्छे से पढ़ भी नहीं पाती थी। जबकि उसके मित्र हिंदी में लेखन कार्य भी करने लगे थे जिससे उनकी एक अलग-सी पहचान बन रही थी।

वजह सिर्फ इतनी-सी थी कि, श्रुति के मित्रों के घर पर बरगद के वृक्ष की जड़ें मजबूत थी वही श्रुति एकल परिवार से आती थी।


Rate this content
Log in

Similar hindi story from Abstract