चला मुरारी हीरो बनने
चला मुरारी हीरो बनने
ना हारने का डर था ना ही कल की फ़िक्र
बस अँधेरे में ढूंढ़ना जैसे सूरज की किरण
आर देखा न पार देखा दोस्त देखा न दुश्मन
सबक तो सिखाया जिसने भी भरोसा किया
ना कोई मंजिल थी ना कोई सपना सलोना बस
निकल पड़ा यूँही राहों पर पागलो की तरह
न कोई रिश्ता निभाया ना किसी से प्यार जताया
हर वक्त नौटंकी कर के चला मुरारी हीरो बनने।