बाज़ार
बाज़ार
एक सुंदर लड़की....आईने को हर बार भाती है वह लड़की !!
आईने की बार बार तारीफ़ से वह मन ही मन ढेर सारे ख़्वाब बुनने लगती है।आसमाँ को छूने के ख़्वाब! मिस इंडिया और मिस वर्ल्ड बनने के ख़्वाब!! और भी इस तरह के कई सारे ख़्वाब। उसके दिल के बेहद करीब वाले इन ख़्वाबों को पूरा करने में वह जी जान से जुट जाती है।
उसके बातचीत में शामिल होने लगती है मैनीक्योर और पेडीक्योर की बातें। वह ख़रीदने लगती है पॉन्ड्स और फेयर एंड लवली जैसे क्रीम और लोशन्स। वह ट्राय करती जाती है लिपस्टिक के अनगिनत शेड्स।तन की सुंदरता के लिए वह डाइट प्लान करती है।उसकी बातों में 'नो कार्ब-ओनली प्रोटीन' वाली बातें शामिल होती है।स्वीट डिश को देख 'नो' कहते हुए वह जोर से चीख़ती है।'स्लिम इज ब्यूटीफुल' के स्लोगन से प्रभावित वह ज़ीरो फ़िगर चाहती है।
यह सब और क्या है? ब्यूटी प्रोडक्ट्स का बाज़ार नही है क्या? यहाँ जो सुंदर है वही बिकता है।"उसे सब कुछ करना ही होगा।"
वह जीवट वाली लड़की आख़िरकार कामयाब होकर मिस इंडिया का ताज हासिल कर लेती है।
फिर क्या?
उसकी उम्मीदों को पंख लग जाते है।कामयाबी के झंडे गाड़ते हुए वह फिर हासिल करती है मिस वर्ल्ड का ताज!!
वह दुनिया घूमती जाती है। कभी यहाँ..कभी वहाँ...
वह ब्रैंड अम्बेसडर जो होती है।
वह एंडोर्स करती जाती है ढेर से ब्रैंड्स और उनके प्रोडक्ट्स।उसे लगता है कि वह बाज़ार को कंट्रोल कर रही है....... हक़ीक़त में बाज़ार ही उसे कंट्रोल कर रहा होता है...
धीरे धीरे वह बाज़ार का एक हिस्सा बन जाती है।अपनी मसरूफ़ियत में वह बाज़ार की बेहिसी भूल जाती है। वह भूल जाती है कि बाज़ार को जो सुंदरता चाहिए वह तन की सुंदरता होती है।तन की सुंदरता तो फ़क़त लिमिटेड पीरियड के लिए होती है
बाज़ार में जो सुंदर है वही बिकता है।
वक़्त गुज़रते हुए एक लंबा अर्सा बीत गया है।अब वह जान चुकी है कि सुंदरता बेचने वाला बाज़ार हक़ीक़त में बेहद बदसूरत और खुदगर्ज़ है क्योंकि उसे तन की सुंदरता की ही दरकार होती है...
मन की सुंदरता के लिए इस बाज़ार में कोई जगह नही है और ना ही उसकी ज़रूरत भी है....