आराम कुर्सी
आराम कुर्सी


"रिद्धि रहने दे न यार.. लोग कहते है कि ये भूतिया घर है, फिर क्यों अंदर जाने का खतरा उठाना?" एक आलीशान बंगले के दरवाजे पर खड़ी रिद्धि अपनी दोस्त टिया से बोली।
"क्या रिद्धि.. कितनी डरपोक है, मैं हूँ न, चल अंदर चलते है।" कहती हुई टिया रिद्धि का हाथ पकड़ कर उस बंगले के अंदर ले आयी।
"देख कितना खूबसूरत तो है ये बंगला, कैसे भूतिया हो सकता है भला!" कहते हुए अचानक टिया की नजर एक शानदार आराम कुर्सी पर गयी।
"वाओ रिद्धि! देख न कितनी मस्त चेयर है! अच्छा एक बात बता! यदि यहां कोई भूत होता तो ये कुर्सी हिलनी चाहिए थी, ताकि हम डर जाते।"
रिद्धि ने कोई जवाब नहीं दिया तब टिया बोली "चल छोड़ अगर हम ज्यादा देर यहां रहे तो तू बेहोश हो जानी है। चल।" टिया, डरी हुई रिद्धि का हाथ पकड़ कर वापस जाने को हुई और अगले ही पल एक धीमी सी चरमराहट के साथ वो आराम कुर्सी जोर जोर से हिलने लगी।