Lata Sharma (सखी)
Romance
जो पता होता तुझे देखकर कोई पसंद न आएगा,
तो सच यारा तुम आते सामने तो आंखें मूंद लेती...
मगर ये दिल कहता है रिश्ता तो इससे है तुम्हारा,
आंखें मूंदकर भी नादान 'सखि' दिल कैसे बचाती।
लाल इश्क़
लिखूंगी तुझपर...
यूँ ही
नानी की कहानी
गीतिका छंद
अलंकार:अनुप्र...
प्यार
चंचल मन
मैं खुश रहूँग...
नज़र हमसे मिलाइए, सविता को क्यूँ सताते हैं। नज़र हमसे मिलाइए, सविता को क्यूँ सताते हैं।
प्राण भी जब तन से निकले, तेरा नाम श्याम ही कहो, तेरा नाम श्याम ही कहो....... प्राण भी जब तन से निकले, तेरा नाम श्याम ही कहो, तेरा नाम श्याम ही कहो.......
गुलशन - ए-दिल की बगिया में चांदनी फिर से ले कर अंगड़ाइयां महक जायेगी गुलशन - ए-दिल की बगिया में चांदनी फिर से ले कर अंगड़ाइयां महक जायेगी
पानी के बुलबुले सी है ज़िंदगी,क्यों सोचे कैसा होगा कल. पानी के बुलबुले सी है ज़िंदगी,क्यों सोचे कैसा होगा कल.
काली भूरी बदली छाई चपल दामिनी दमक रही. काली भूरी बदली छाई चपल दामिनी दमक रही.
घूम लियो वृंदावन कान्हा, कर आयो राधा संग रास। घूम लियो वृंदावन कान्हा, कर आयो राधा संग रास।
ताली हवा में अकेले बजाता रहा याद में तेरी खुद को सताता रहा। ताली हवा में अकेले बजाता रहा याद में तेरी खुद को सताता रहा।
बहुत हुई ये इशारों की बातें, अब आज चलो तुम कहदो ना. बहुत हुई ये इशारों की बातें, अब आज चलो तुम कहदो ना.
माना गलती हुई, कुछ पेड़ ना लगाए हंसी के. माना गलती हुई, कुछ पेड़ ना लगाए हंसी के.
कुछ बंदिशें ज़रूरी हैं, संग जीने के लिए। कितनी ही ख्वाहिशें अधूरी हैं. कुछ बंदिशें ज़रूरी हैं, संग जीने के लिए। कितनी ही ख्वाहिशें अधूरी हैं.
मर कर भी देखना चाहता हूं वह चेहरा जो शरमाते हुए मुस्कराता था मर कर भी देखना चाहता हूं वह चेहरा जो शरमाते हुए मुस्कराता था
आज वर्णन करू मैं मेरे प्रेम कि, तेरा जीवन में आना तो कुछ ऐसा था। आज वर्णन करू मैं मेरे प्रेम कि, तेरा जीवन में आना तो कुछ ऐसा था।
चूम लेती हूूं तुम्हारे नाम को आ जाओ गले लगा लूं एक बार हजार बार। चूम लेती हूूं तुम्हारे नाम को आ जाओ गले लगा लूं एक बार हजार बार।
तुम बिन नीरस जीवन पथ था, इस जीवन की तुम मुस्कान प्रिये। तुम बिन नीरस जीवन पथ था, इस जीवन की तुम मुस्कान प्रिये।
नेह भरा दीपक बन जाते। सखी बसंत में तो आ जाते। नेह भरा दीपक बन जाते। सखी बसंत में तो आ जाते।
प्रेम ग्रंथ का पहला अक्षर, लिखा जो तेरी बातों में. प्रेम ग्रंथ का पहला अक्षर, लिखा जो तेरी बातों में.
मैं और पुरानी दिल्ली बेशकीमती बना देंगें, ताउम्र के लिए। मैं और पुरानी दिल्ली बेशकीमती बना देंगें, ताउम्र के लिए।
तेरा पंछी बनकर उड़ आऊंगी मैं, जहाँ हो तेरा रेन बसेरा। तेरा पंछी बनकर उड़ आऊंगी मैं, जहाँ हो तेरा रेन बसेरा।
इस दुनिया के चक्कर में प्यार कहीं ना मिट जाए इस दुनिया के चक्कर में प्यार कहीं ना मिट जाए
ये अधूरापन ख़तम होगा क्या..? कब आयेगी पूर्णता। ये अधूरापन ख़तम होगा क्या..? कब आयेगी पूर्णता।