यूँ ही
यूँ ही
जो पता होता तुझे देखकर कोई पसन्द न आएगा,
तो सच यारा तुम आते सामने तो आंखें मूंद लेती...
मगर ये दिल कहता है रिश्ता तो इससे है तुम्हारा,
आंखें मूंदकर भी नादान 'सखि' दिल कैसे बचाती।
जो पता होता तुझे देखकर कोई पसन्द न आएगा,
तो सच यारा तुम आते सामने तो आंखें मूंद लेती...
मगर ये दिल कहता है रिश्ता तो इससे है तुम्हारा,
आंखें मूंदकर भी नादान 'सखि' दिल कैसे बचाती।