STORYMIRROR

Lata Sharma (सखी)

Romance

2  

Lata Sharma (सखी)

Romance

यूँ ही

यूँ ही

1 min
114

जो पता होता तुझे देखकर कोई पसन्द न आएगा,

तो सच यारा तुम आते सामने तो आंखें मूंद लेती... 


मगर ये दिल कहता है रिश्ता तो इससे है तुम्हारा,

आंखें मूंदकर भी नादान 'सखि' दिल कैसे बचाती। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance