यूँ आँखों में बीती रात
यूँ आँखों में बीती रात
लो, अब फिर से वही बात हो गई,
ख्वाबों में उनसे मुलाकात हो गई।
वो मिले इस कदर जैसे धरती गगन,
नैना ऐसे मिले जैसे बरसात हो गई।
पूछते हाल मेरा बनके अनजान से,
उनको पता नहीं कैसी बात हो गई।
लब तो बोले नहीं तो कैसे बातें हुई,
आँखों से आँखों की मुलाकात हो गई।
उनसे नज़रें मिली दिल की बातें हुई,
नज़रों में यूँ ही बीती सारी रात हो गई।
देखते रहे वो हमें देखते रहे हम उन्हें,
दूरियां मिट गई और साँसें साथ हो गई।
दिल की राहों पे हम चल दिए इस तरह,
मोहब्बत की फिर से शुरूआत हो गई।