यहाँ हर सोच नई यहाँ हर बात नई
यहाँ हर सोच नई यहाँ हर बात नई


ज़िन्दगी है कुछ पलो की
ज़िन्दगी है कुछ पलो की
यहाँ हर राह नई है
यहाँ हर बात नई है
समझ ना पाया कोई ज़िन्दगी के इस दोराहे को
जहां हर दोराहा नया
जहां हर सोच नई
ज़िन्दगी है कुछ पलो की मेरे दोस्त
यहाँ हर शाम नई है
यहाँ हर बात नई है
देखने को इस प्रकृति में हर रंग नया
जो इसको समझ वो राह संभल गया
ज़िन्दगी है कुछ पलो की
यहाँ हर राह नई हर सोच
To be continue....