तुम बन जाओ काली तुम बन जाओ दुर्गा
तुम बन जाओ काली तुम बन जाओ दुर्गा


माँ ने कहा बेटी से
तुम जा रहे हो हमसे दूर
ख्याल रखना अपना
मिलेंगे नये शहर में अजनबी
रखना सबसे तुम थोड़ी दूरी
इतना सुन बेटी बोली क्यूँ
सुन मेरी गुड़िया
ये दुनिया में राक्षस है सब
देख अकेली लड़की को
नोच खायेगा ये जमाना
तुम्हे चाहे कितनी भी अछि हो
बुरा बना डालेगा ये जमाना
इनको तो जिस्मो की भूख मिटानी
देखे न ये बहिन बेटी माँ
9 महीने की बेटी हो या
हो 70 की बुढ़िया
इन्होने नोच खाया सबको
कहते है वीरे देवी सामान है स्त्री
कहता वीर
तुम देवी हो माँ
तुम काली हो माँ
तुम चाहो तो हर सकते हो सबके प्राण
तुम बन जाओ काली
डरो न इन राक्षशो से
कहने को ये है मर्द सिर्फ
तुम बन जाओ काली
तुम बन जाओ दुर्गा।