ये सावन की ठंडी हवा
ये सावन की ठंडी हवा
ये सावन की ठंडी हवा है
या तेरी जुल्फें फिजा में लहा राई है
ये पत्तों पे नई कली भीगी है
या तेरी पलकों पे ओस की पहली बूंद गिरी है
तू ही बता दे क्या है
ये मौसम की पहली बरसात है
या पहली मोहब्बत की
पहली बारिश का
पहला एहसास है
इन निगाहों को संभाल लीजिये
इन कान की बालियों की झंकार को संभालिए
इन पायलों के घुंघरू की आवाज से हमें बचाइए
इन मेहँदी रचे हाथों से हमारे बालो को न सँवारिए
संभालिए इन अदाओं को मोहतरमा
दिल की गलियों में कत्ल हो रहे है
बारिश का मौसम है
मेरे पास एक ही दिल
न जाने इस जन्म में कितनी बार आपको देंगे
और हर मर्तबा आपके ही होते रहे ।