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Atiendriya Verma

Abstract Romance Classics

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Atiendriya Verma

Abstract Romance Classics

तेरी यादों की बारिश

तेरी यादों की बारिश

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क्या सावन तेरी यादों की बरसात

मैं एक एक बूंद से तेरे को

याद करेंगे हम


क्या सावन तेरी यादों की बरसात

मैं एक एक बूंद में तेरा नूर देखेंगे हम


इस सावन तेरी यादों की

बरसात में एक एक बूंद में तेरी महक को

अपने सासों में उतारेंगे हम

इस सावन तेरी यादों की

बरसात में एक बूंद से नाम कर्जती है।


इस सावन तेरी यादों की बरसात में,

दिल के जज़्बात जगाती हैं।

बादलों के रंग तेरे रंग में रंगे,

हर एक बूंद दिल को भीगाती हैं।


मौसम की हर बूंद तेरी आवाज लाती हैं,

दिलों को अपनी कहानी सुनाती हैं।

जब भी बरसती हैं वो प्यारी बूंदें,

तेरी यादें मन को बहुत भाती हैं।


इस सावन तेरी यादों की बरसात

दिल में तरंग चोर जाती है

जैसे सावन में मोर के नृत्य

कुदरत में तरंग उठ जाती है


इस सावन तेरी यादों की बरसात में,

आंखों को भीगोती हैं यादें।

हर एक बूंद दिल को चुभती हैं,

तेरी यादों की आग जगाती हैं


सावन की बरसात में मेरी यादें भी,

तेरे जीवन की कविता सुनाती हैं।

बूंदों की बारिश ने सजाया हैं जहां,

तेरी यादों की बरसात बहुत प्यारी हैं।


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