यारा दिल दुखा दिया... !
यारा दिल दुखा दिया... !
क़िस बात कि तूने
हमको ये सजा दिया
चाँद से था वास्ता मेरा
अंधेरों से मिला दिया
नजदीकियां बढ़ी नहीं तो
दूरियां बढ़ा दिया
यारा दिल दुखा दिया!
कैसा ये सिला दिया
आँखों के जाम को आँखों से
पिला दिया,
बड़ा मुश्किल था इश्क़ की ठोकर
खाकर संभल पाना
फिर से पुराने ज़ख्म को
तूने याद दिला दिया
यारा दिल दुखा दिया !
मुस्कुराकर उसने दिल में आग
लगा दिया
बंजर जमीं पे बारिश कि छुरी
चला दिया
अजनबी से एक चेहरे ने मुझे
जीना सीखा दिया
फिर एक दिन अचानक तन्हा
छोड़कर मुझे रुला दिया
यारा दिल दुखा दिया !