STORYMIRROR

राहुल द्विवेदी 'स्मित'

Romance Inspirational

2  

राहुल द्विवेदी 'स्मित'

Romance Inspirational

याद बहुत आता है तू तो

याद बहुत आता है तू तो

1 min
157

तुझको सोचूँ  तो आँखों से  झर जाता है मन।

अहसासों के  खारे जल से  भर जाता है मन।

सूरज, चाँद, सितारे, कलियाँ सब तो हैं फिर भी,

याद बहुत  आता है  तू तो मर जाता  है मन ।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance