वसुत्व जिंदा है जी
वसुत्व जिंदा है जी
जिसका वसुत्व जिंदा है
वही जिंदा रहता है
प्रकृति और पुरुष का जोड़ा
जीवन का सच्चा होता है
आक्षेपो की दुनिया में
कौन किसका होता है
कितने भी लांछन लगे
सहन ही जीवन होता है
वो पति किस काम का
जो सहधर्मिणी विश्वास नहीं होता है
वो प्रकृति किस काम की
जो सहधर्मी विश्वास नहीं होता है
अरे ..........
जिसका वसुत्व जिंदा है
वही जिंदा रहता है
