वसुधा ही कुटुंब है ?
वसुधा ही कुटुंब है ?
वसुधा ही कुटुंब है लेकिन किसका भाई ?
कैसा यह कुटुंब जिसमें हो रोज लड़ाई ? १
इस वसुधा पर जन्म हुआ मैं भी जीता हूं
किसे फिकर मैं क्या खाता हूं क्या पीता हूं । २
मैं हूं व्यक्ति कुटुंब अगर यह मेरा होता
मेरे सुख दुख में वह भी तो हंसता रोता ।
देशों का कुटुंब होती यदि वसुधा सारी
होती क्यों आपस में लड़ने की लाचारी ।
सारी वसुधा टुकड़े-टुकड़े में बिखरी है
कैसा है कुटुंब जिसमें ये घृणा भरी है ।
ना जाने अब तक कितने पैगंबर आए
वसुधा को कोई कुटुंब-सा जोड़ न पाए ।
झूठी सब कल्पना झूठ सारे नारे हैं
हम भारत के लोग झूठ के ही मारे हैं ।
