Manu Sweta
Fantasy
वक़्त न जाने कब
रेत की मानिंद
हाथ से निकल जाता है
और हम खाली मुट्ठी
लेकर रह जाते है
पंख लगाकर
उड़ जाता है और
हम उसके लौट
आने का इन्तज़ार करते है
वक़्त एक हवा के
झोंके सा आता है
और चला जाता है
और हम सिर्फ उसे
महसूस करते है
छू नही सकते।
ज़िन्दगी
मेरा सफर
एक शाम
चाँद
तेरी यादें
रहगुज़र
हे खग
साँसों की शब
सूरज सी दहक उठती है तब जब दर्द का हो कोई भी सबब सूरज सी दहक उठती है तब जब दर्द का हो कोई भी सबब
वो टूटते तारे तन्हाई गुजरी यादों के सहारे वो टूटते तारे तन्हाई गुजरी यादों के सहारे
मैं ही गीता हूं मैं ही सीता हूं मैं ही तो कौशल्या हूं मैं ही गीता हूं मैं ही सीता हूं मैं ही तो कौशल्या हूं
जिसमें पंक्तियाँ बन जाती बेमिसाल हो जिसमें प्रकृति का हर तत्व खुशहाल हो जिसमें पंक्तियाँ बन जाती बेमिसाल हो जिसमें प्रकृति का हर तत्व खुशहाल हो
अपनी धड़कन की उस बेचैनी को शांत करो अपनी धड़कन की उस बेचैनी को शांत करो
तब तुम्हारी नादानियों और शरारतों ने उस पल मन में घर कर लिया तब तुम्हारी नादानियों और शरारतों ने उस पल मन में घर कर लिया
पंख खोल उड़ने दो उसको सपने पूरा करने का आकार दो पंख खोल उड़ने दो उसको सपने पूरा करने का आकार दो
कण-कण में तुम ही बसे जीवों के अंदर भी समाये कण-कण में तुम ही बसे जीवों के अंदर भी समाये
बीन लूंगा गमों के मोती, तेरी जिंदगी से, काट लेंगे वक्त दोनों मिलकर खुशी से, बीन लूंगा गमों के मोती, तेरी जिंदगी से, काट लेंगे वक्त दोनों मिलकर खुश...
तुझे खोने का डर लगता है मुझे तू मेरा है कि नहीं परवाह नहीं, तुझे खोने का डर लगता है मुझे तू मेरा है कि नहीं परवाह नहीं,
नींद ना आये तो मीठी लोरी है माँ नींद ना आये तो मीठी लोरी है माँ
हर नज़ारों में तुम्हारा ही नज़ारा दिख रहा हर नज़ारों में तुम्हारा ही नज़ारा दिख रहा
फलसफा जिंदगी के यूँ बदलते गए इस जीवन में फलसफा जिंदगी के यूँ बदलते गए इस जीवन में
दर्द से जो दिल डोल रहे आँखों से अश्कों को रोक रहे l दर्द से जो दिल डोल रहे आँखों से अश्कों को रोक रहे l
तुम्हारे दिल की धड़कन बनकर तुम्हारी ठंडी सांसों में समा जाऊंगा तुम्हारे दिल की धड़कन बनकर तुम्हारी ठंडी सांसों में समा जाऊंगा
व्यथित मन जब भटक रहा था, गलियारों में व्यथित मन जब भटक रहा था, गलियारों में
नशा जो उतरी दिल में हमारे, तेरे प्यार के नशा जो उतरी दिल में हमारे, तेरे प्यार के
जिसमें खो जाए मनमोहन लक्ष्मी का अवतार हो तुम जिसमें खो जाए मनमोहन लक्ष्मी का अवतार हो तुम
चाहत जो दिल में, तेरी है हर पल जिंदगी की तुमको रीत लिखूँ चाहत जो दिल में, तेरी है हर पल जिंदगी की तुमको रीत लिखूँ
तू है तो जिंदगी लगती है खूबसूरत रंग बिरंगी रंगोली सी सजती है तेरी सूरत तू है तो जिंदगी लगती है खूबसूरत रंग बिरंगी रंगोली सी सजती है तेरी सूरत