वो कैसा इश्क़
वो कैसा इश्क़
वो इश्क़ कैसा
जिसमें शक की गुंजाइश न हो।
वो इश्क़ कैसा
जिसमें जलन की आंच न हो।
वो इश्क़ कैसा
जिसमें सवालात का अधिकार न हो।
वो इश्क़ कैसा
जिसमें आंसुओं की बरसात न हो।
वो इश्क़ कैसा
जिसमें बिखरने का डर न हो।
वो इश्क़ कैसा
जिसमें ये जज़्बात न हो।
अगर नहीं हैं ये पन्ने
इश्क़ की किताब में ,
तो ज़रा नज़र डालिए
अपने इश्क़ पर
कहीं वो समझौते का पैगाम न हो ।